[27/10, 20:05 IST ] Greg Chappell Cricketer: ग्रेग चैपल का जन्म 7 अगस्त 1948 में हुआ था ये पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर है जिन्होंने 1975 से 1977 तक और फिर 1979 से 1984 में अपने सन्यास लेने तक ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम की कप्तानी की। वह अपनी पीढ़ी के सबसे महत्वपूर्ण ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज थे।
चैपल वित्तीय संकट से जूझ रहे हैं. 75 वर्षीय चैपल की मदद को उनके फ्रेंड्स ऑनलाइन फंड जुटा रहे हैं.रिपोर्ट के अनुसार, काफी मनाने के बाद ग्रेग चैपल बेमन से अपने लिए एक GoFundMe पेज बनाने के लिए सहमत हुए।
चैपल के मित्र पीटर मेलोनी ने कहा कि उन्हें इस अभियान से लगभग ढाई लाख डॉलर जुटाने की उम्मीद है जिससे उनके अंतिम कुछ वर्षों के जीवन के स्तर में काफी सुधार होने की उम्मीद हैl चैपल ने कहा कि वह अपने युग के एकमात्र खिलाड़ी नहीं हैं जो वित्तीय समस्याओं का सामना कर रहे हैं.
ऑस्ट्रेलिया के चैनल न्यूज कॉर्प से बात करते हुए चैपल ने बताया, ‘मैं निश्चित रूप से यह नहीं कहना चाहता कि ऐसा लगे कि हम बेहद तनाव में हैं, क्योंकि हम नहीं हैं, लेकिन हम विलासिता में भी नहीं रह रहे हैं।
मुझे लगता है कि ज्यादातर लोग यह मानते हैं क्योंकि हमने क्रिकेट खेला है तो आज आलीशान जिंदगी जी रहे होंगे। हालांकि मैं निश्चित रूप से गरीबी का रोना भी नहीं रो रहा हूं, बात सिर्फ इतनी सी है कि हम वो फायदा नहीं उठा रहे हैं जो आज के खिलाड़ियों को मिल रहा है।
चैपल ने कहा कि वह अपने युग के एकमात्र खिलाड़ी नहीं हैं जो वित्तीय समस्याओं का सामना कर रहे हैं.
चैपल का क्रिकेट करियर
ग्रेग चैपल ने 1970-80 के दशक में 87 टेस्ट मैचों में 24 सेंचुरी जड़ी है. वह 48 टेस्ट मैचों में ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी कर चुके हैं. साल 1984 में उन्होंने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया था. उस समय चैपल (7110) टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले ऑस्ट्रेलियाई बैटर थे. तब उन्होंने सर डोनाल्ड ब्रैडमैन (6996) का रिकॉर्ड ध्वस्त किया था.
1970 से लेकर 1984 तक चले अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट करियर में उन्होंने 87 टेस्ट में 24 शतक लगाकर 7,110 रन बनाए। उन्होंने 74 एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय भी खेलें जिसमें उन्होंने 2,331 रन बनाए और 72 विकेट लिए।
पहला विवादः अंडरआर्म बॉलिंग
चैपल एक बोल्ड कप्तान थे। वे जीत हासिल करने के लिए किसी भी हद तक चले जाते थे। 1 फरवरी 1981 को न्यूजीलैंड के खिलाफ मेलबर्न में हुए वनडे में चैपल ने एक धूर्त चाल चली थी। पहले उन्होंने 90 रन की पारी खेलकर ऑस्ट्रेलिया को 235 रन के मजबूत स्कोर तक पहुंचाया था।
जवाब में 236 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी कीवी टीम ओपनर ब्रूस एडगर की नाबाद सेन्चुरी की मदद से लक्ष्य के बेहद करीब पहुंच गई थी।मैच की आखिरी गेंद पर न्यूजीलैंड को जीत के लिए 7 रनों की दरकार थी। कप्तान ग्रेग ने अपने भाई ट्रेवर चैपल से अंडरआर्म गेंदबाजी करने के लिए कहा। उस समय तक अंडरआर्म गेंदबाजी के लिए कोई नियम नहीं था।
ट्रेवर ने अपने बड़े भाई की बात मानी। उन्होंने जमीन पर लुढ़काते हुए गेंद डाली और न्यूजीलैंड के बैट्समैन से छक्का लगाकर मैच टाई करवाने का मौका छीन लिया। वह मैच ऑस्ट्रेलिया 6 रन से जीती थी।
चैपल की इस हरकत पर न्यूजीलैंड के तत्कालीन प्रधानमंत्री रॉबर्ट मुलडून ने भी गुस्सा जाहिर किया था। उन्होंने कहा था कि खेल के इतिहास में उससे शर्मनाक घटना उन्होंने नहीं देखी। सिर्फ कीवी पीएम ही नहीं, ऑस्ट्रेलिया के प्राइम मिनिस्टर मेल्कम फ्रेजर ने भी चैपल द्वारा उठाए कदम को खेल भावना के विरुद्ध बताया था।
बाद में चैपल बंधुओं ने अपनी गलती की सार्वजनिक माफी मांगी थी।
ग्रेग और गांगुली विवाद
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ऑस्ट्र्रेलियाई कोच ग्रेग चैपल (Greg Chappell) के सितारे इस समय गर्दिश में हैं.चैपल 2005 से 2007 तक भारतीय क्रिकेट टीम के कोच रहे जिस दौरान उनका सौरव गांगुली के साथ मशहूर विवाद रहा। जिस गांगुली ने ग्रेग चैपल को भारत का कोच बनाने का आवाहन किया था उन्हीं के पीछे पड़ गए थे इनका भारतीय कोचिंग के दौरान बहुत अच्छा संबंध नहीं रहा l
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